धमाकों से तबाह हो गए स्कूल तो यूट्यूब से पढ़ाई करने लगा यह बच्चा
अफगानिस्तान कई दशकों से आतंकवाद और हिंसा से पीड़ित है। इस वजह से यहां के आम लोगों की ज़िंदगी बहुत ज्यादा मुश्किलों से भरी हुई है। बंदूक की गोलियां बंकर और स्कूल की इमारतों में फर्क नहीं कर सकतीं, इसलिए कई इलाकों में स्कूल तबाह हो गए और वहां शिक्षा का कोई पुख्ता बंदोबस्त नहीं है, लेकिन ये तमाम हालात एक बच्चे के हौसले को डिगा नहीं पाए।
उसका नाम फरहद नूरी है। करीब 10 साल का फरहद पेंटिंग में खासी दिलचस्पी रखता है। जब स्कूल में पढ़ाई चौपट हो गई तो उसने मोबाइल फोन को अपना स्कूल बना लिया और यूट्यूब को क्लास रूम। इसके जरिए वह पेंटिंग के गुर सीख रहा है। उसकी बनाई पेंटिंग्स की सोशल मीडिया पर काफी चर्चा है।
अफगानिस्तान में लगातार हो रही हिंसा के कारण फरहद के परिवार ने देश छोड़ दिया। अब वे सर्बिया के शरणार्थी कैंपों में रह रहे हैं। वे ईरान से मिस्र होते हुए इन कैंपों तक पहुंचे और काफी मुश्किलों का सामना किया।
इन मुश्किल हालात में पढ़ाई-लिखाई की उम्मीदें धूमिल होने लगीं तो फरहद ने मोबाइल फोन और यूट्यूब की मदद ली। वह पेंटिंग बनाने के वीडियो देखने लगा और सिखाई गई बारीकियों के आधार पर पेंटिंग बनाने लगा।
उसने जर्मनी की चांसलर एंजेला मर्केल का स्केच बनाया जिसके बाद उसकी काफी तारीफ होने लगी। लोगों ने उसे नया नाम दिया — लिटिल पिकासो। फरहद अब भी पेंटिंग बनाने में व्यस्त है और अच्छे भविष्य की उम्मीद करता है। वह बड़ा होकर पिकासो की तरह महान कलाकार बनना चाहता है।
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