हर विद्यार्थी के लिए उपयोगी है 'आपणी पोथी' की सामान्य हिंदी




पुस्तक: असली सामान्य हिंदी । लेखक: डॉ. रोशन वर्मा । प्रकाशक: आपणी पोथी, सीकर रोड, नवलगढ़, जिला- झुंझुनूं (राज.)-333 042 । फोन नं.: 9887 803 616 और 9414 362 312 । पृष्ठ संख्या: 376 । मूल्य: 200 रुपए। 

हिंदी यानी हिंदुस्तान की धड़कन, वह जरिया जो हमें आपस में जोड़ता है। आज पूरे विश्व में हिंदी की धाक बढ़ रही है, परंतु आपको यह जानकर आश्चर्य होगा कि हिंदी बोलने, पढ़ने और समझने वाले हजारों या इससे कहीं ज्यादा लोग प्रतियोगी परीक्षाओं में इसीलिए असफल हो जाते हैं क्योंकि उनकी हिंदी ठीक नहीं होती। 

इसका एक प्रमुख कारण यह भी हो सकता है कि विद्यालय स्तर पर ही कई विद्यार्थी हिंदी को ज्यादा गंभीरता से नहीं लेते। हिंदी व्याकरण पर वे ज्यादा ध्यान नहीं देते। यह अनदेखी उन्हें बाद में परेशान करती है जब वे प्रतियोगी परीक्षाओं में बैठते हैं और एक के बाद एक परीक्षाओं में असफल हो जाते हैं। वे गणित, अंग्रेजी, विज्ञान, सामान्य ज्ञान जैसे विषयों में तो अच्छा प्रदर्शन करते हैं परंतु हिंदी में गलतियों की वजह से नतीजों में उन्हें निराशा ही हासिल होती है। 

राजस्थान के नवलगढ़ शहर के 'आपणी पोथी' प्रकाशन ने एक बहुत ही उपयोगी पुस्तक प्रकाशित की है, जिसका नाम है- असली सामान्य हिंदी, जो प्रतियोगी परीक्षाओं में पूछी जाती है। अगर आप प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे हैं तो यह पुस्तक अवश्य पढ़नी चाहिए। इसमें हिंदी से जुड़ी वह जानकारी दी गई है जिसमें प्राय: लोग गलतियां करते हैं। 

लेखक डॉ. रोशन वर्मा ने हिंदी की उन बारीकियों का बहुत अच्छी तरह से उल्लेख किया है जिनकी ओर बहुत कम लोग ही ध्यान दे पाते हैं। यह पुस्तक सिर्फ प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी के लिए ही नहीं, बल्कि स्कूल-कॉलेज में पढ़ने वाले सभी विद्यार्थियों के लिए समान रूप से उपयोगी है। 

इसमें हिंदी व्याकरण के सभी महत्वपूर्ण बिंदुओं को शामिल किया गया है। अगर कोई विद्यार्थी स्कूली पढ़ाई के दौरान ही इसका अध्ययन करता रहे तो इस बात की काफी संभावना है कि उसकी हिंदी बेहतर हो जाए और वह प्रतियोगी परीक्षाओं में उन गलतियों से बच जाए जिन्हें दूसरे लोग आमतौर पर दोहराते हैं। राजस्थान के एक छोटे-से कस्बे से इस तरह की उत्कृष्ट पुस्तक का प्रकाशन निस्संदेह बहुत साहस का कार्य है।

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