गणित में सरसता और आनंद




पुस्तक: गणित में सरसता और आनंद । लेखक: लायकराम शर्मा । प्रकाशक: यूनीकॉर्न बुक्स, जे-3/16, दरियागंज, नई दिल्ली-110 002 । फोन नं.: 011-2327 6539, 2327 2783, 2327 2784 । पृष्ठ संख्या: 135 । मूल्य: 64 रुपए। 

प्राय: गणित को एक कठिन विषय माना जाता है। इसकी कई वजह हो सकती हैं, लेकिन एक खास वजह है — गणित पढ़ाने के रूखे तौर-तरीके, जो विद्यार्थियों में इस विषय के प्रति रुचि पैदा नहीं करते। 

लायकराम शर्मा की पुस्तक 'गणित में सरसता और आनंद' इस दिशा में एक बेहतरीन प्रयास है, क्योंकि उन्होंने गणित के प्रति विद्यार्थियों में रुचि जाग्रत करने की कोशिश की है। इस पुस्तक को पढ़ने के बाद हर कोई यकीन करेगा कि सच में गणित विषय बहुत सरस है। यह भी बहुत आनंददायक है और इससे घबराने की कोई जरूरत नहीं है।

पुस्तक के कुछ अध्याय इस प्रकार हैं जो पाठक की गणित के प्रति रुचि जगाते हैं — गणित, सौंदर्य और सत्य, अंकों का पिरामिड, गणितीय चिह्नों का चमत्कार, पहाड़ों की सरसता, वर्ग करने की सरलतम विधियां, असत्य को ​सत्य सिद्ध करना, अध्यात्म का गणितीय विवेचन, भारत के प्रसिद्ध गणितज्ञ, भाग विधि द्वारा घनमूल, सरलतम मा​थापच्ची, गणितीय उलझनों का आनंद आदि।

पुस्तक में जहां आवश्यक है, वहां रोचक कहानियों का समावेश किया गया है, जिससे इसकी रोचकता व पठनीयता में वृद्धि हुई है। जिन्हें अब तक गणित विषय खास पसंद नहीं था, वे इसकी पहेलियां और सरल विधियां पढ़कर महसूस करेंगे कि क्यों न गणित से दोस्ती की जाए, क्योंकि यह दुनिया का सबसे आसान विषय है।


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